घुघली/ महाराजगंजबृहस्पतिवार 9 फरवरी | घुघली क्षेत्र के ग्राम हरखा में रास्ता अवरुद्ध को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान रंजना देवी ने जानबूझकर आम रास्ते को बंद कर दिया है । हरखा में प्राथमिक विद्यालय के पूरब और उत्तर दिशा में तक़रीबन दस परिवारों का आवासीय मकान है जो पिछले दस वर्षो से उसी घर में निवास करते हैं उन सभी परिवारों का मुख्य रास्ता विद्यालय से होकर जाता था लेकिन वर्तमान ग्रामप्रधान ने विद्यालय को बाउंड्रीवाल कराकर चारो तरफ से घेर दिए । जिसके बाद उन सभी परिवारों का रास्ता पूर्ण रूप से बंद हो गया। रमापति पाण्डेय ने बताया कि पिछले दस वर्षों से हमारा पुराना मकान बना हुआ है जहाँ पर आने जाने के लिए यही एक मात्र रास्ता था और हम लोग इसी रस्ते से आते-जाते थे लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा बाउंड्रीवाल करा देने से यह रास्ता बंद हो गया जिससे की हमारे लिए समस्या खड़ी हो गई है आगे उन्होंने बताया कि जिस जमीन में विद्यालय बना है वह जमीन हमारे पूर्वजों ने ही विद्यालय को बनाने के लिए दिया था। लोगों के मुतााबिक विद्यालय में जाने के लिए सरकारी इंटरलाकिंग बनी थी जो वर्तमान में भी मौजूद है और वही रास्ता विद्यालय के बगल से होते हुये कमलेश पाण्डेय के जमीन तक गयी हुई थी परन्तु वर्तमान समय में बाउंड्रीवाल हो जाने के कारण वह रास्ता बंद हो गया है विद्यालय के पूरब दिशा में लगभग 7-8 लोगों के मकान सहित एक देव स्थान भी है जहाँ गाँवके लोग पूजा करने के लिए इसी रास्ते से आते जाते थे लेकिन बाउंड्रीवाल हो जाने से रास्ता बन्द हो गया है। मौजूद महिलाओं ने बताया कि रास्ते की जमीन को कब्ज़ा कर बाउंड्रीवाल करा दिया गया है जिसके बाद हम सभी लोगों के आने जाने का रास्ता बन्द हो गया है मजबूरन दुसरे के नम्बर की जमीन से होकर आना जाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब बाउंड्रीवाल करवाया जा रहा था तब हम सभी लोगों ने रास्ते की मांग किए लेकिन उसके बाद भी ग्राम प्रधान ने बाउंड्रीवाल करवा दिए। वहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान का कहना है कि हमने सरकारी स्कूल के जमीन पर ही बाउंड्रीवाल करवाया है। अब रास्ता खुलवाने के लिए दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है। रमापति पाण्डेय, राजेश शुक्ल, सीताराम, गिरिजेश, उमेश, हीरा, मुरलीधर, गुंजेश्वर, राजेन्द्र, प्रजापति, सुरेन्द्र इत्यादि लोगों ने बताया कि मंडलायुक्त तथा उपजिलाधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर रास्ता खुलवाने की गुहार लगाई है। परंतु पन्द्रह दिन बीत जाने के उपरांत अब तक हम लोगों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
