घुघली / महराजगंज
शनिवार 11 मार्च । भारत और दक्षिण कोरिया के मैत्रिक संबंध के 50वीं वर्षगांठ पर भारत सरकार के आमंत्रण पर दक्षिण कोरिया से तकरीबन दो सौ बौद्धिष्ट अनुयाई भारत आए हैं जो पैदल यात्रा कर रहे हैं. यात्रा उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती से प्रारंभ होकर आज महराजगंज पहुंची है. इस पैदल यात्रा का उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व को शांति का संदेश देना है. इन बौद्धिष्ट भिक्षुओं के अनुसार जिस रास्ते से भगवान बुद्ध ने यात्रा किया था उसी रास्ते पर दक्षिण कोरिया के बौद्धिष्टों का जत्था चल रहा है. इनका मानना है कि भगवाबुद्ध महराजगंज के हरपुर महंत में आए थे इसी लिए उनके अनुयाई शिव मंदिर पर रुके हैं. पैदल यात्रा 1167 किमी का है जो सारनाथ से प्रारंभ होकर कुशीनगर,महराजगंज,होते हुए लुम्बिनी जाएगी उसके बाद यूपी के श्रावस्ती में इस यात्रा का समापन होगा.बौद्धिष्ट भिक्षु अर्ध रात्रि से सुबह दोपहर से पहले पैदल यात्रा कर रहे हैं उसके बाद दिन में विश्राम कर रहे हैं.शुक्रवार देर रात बौद्धिष्ट भिक्षुओं का जत्था हरपुर में पहुंचा उसके बाद शनिवार को दिन में विश्राम किए तथा शाम 5 बजे पूजा कर भारतवासियों के सुख,शांति,स्वास्थ्य,समृद्धि के लिए प्रार्थना किए.इस दौरान दर्जनों गांवों से सैकड़ों लोग पूजा स्थल पर पहुंचे और भगवान बुद्ध के अनुयाइयों का अभिनंदन किया. बौद्धिष्ट भिक्षु शनिवार रात 2:40 बजे से लुम्बिनी के लिए रवाना होंगे.
